White मेघों का नभ में हुआ राज फिर जल बरस रहा है आज पथ डूबे, डूबे खेत खलिहान जन त्रस्त हुए, चिंतित हुए किसान टूटती शिलाएं, दरकते पहाड़ तटबंध टूटे, आई कई जगह बाड़ वर्षा का देखा, रूप होते विकराल सच है विधि के आगे हर कोई निढाल ©Kamlesh Kandpal #Varsha