जब से तेरा-मेरा साथ मुकम्मल हुआ मेरी "ज़िन्दगी" का आधार पूरा हुआ "सितारे" "गर्दिश" में है तो क्या हुआ, तुझ से "रोशन" ये जहान मेरा हुआ थामा हाथ तेरा , "मुकद्दर" तेरा हुआ अब सारा तेरा सुख-दुःख मेरा हुआ साथ सात जन्म का है, पता नहीं है जब तक हैं, सारा दर्द-ग़म मेरा हुआ पल पल चलेंगे एक दूजे के संग संग जब तक है साथ ना होगा रंग में भंग खुशियाँ हो, दर्द मिलके सहेंगे साथी टूटा कोई गर तो "हिम्मत" बनेंगे हम सुख की "नाव" में सवार होंगे हम तूफ़ान "ग़म" का मिलकर सहेंगे हम "आँधी" से बुझेगा ना "तूफान" से प्यार का "दीपक" सदा जलता रहेगा रमज़ान:_ सुख दुःख के साथी (22/30) #kkr2021 #kkसुखदुखकेसाथी #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #अल्फाज_ए_कृष्णा #jivansathi