मुझे देखना बचा था बस इक यही नज़ारा........ मुझे देखना बचा था बस इक यही नज़ारा, तुम सुन के नहीं आये मैंने तुम्हें पुकारा। मैं दिल से कह रही हूं शिक़वा न समझ लेना, मुझे ग़म दिये हैं तुमने एहसान है तुम्हारा। है नूर -नूर दुनियां कुछ दिख नहीं रहा है, कितना चमक रहा है तक़दीर का सितारा। तुम छोड़ के गये थे मुँह मोड़ कर गये थे, ऐ काश याद होता फिर क्या हुआ हमारा। अब 'शिखा' की तरफ़ तू ऐसा क्या देखता है, जिसे जितना था जीता जिसे हारना था हारा। मुझे देखना बचा था,,,,, #notojohindi