डिग्री एक निश्चित समय में किसी गैर व्यक्ति द्वारा तुम्हारी प्रतिभा के मूल्यांकन का मापा गया थोड़ा सा अंश है, किन्तु तुम्हारी प्रतिभा समय के साथ मझेगी, बशर्ते यदि तुम डिग्री के भरोसे न रहकर ख़ुद में धार लगाओ। क्योंकि तुम्हारी प्रतिभा का मूल्यांकन कोई डिग्री या व्यक्ति तुमसे बेहतर नहीं कर सकता। (सिद्धांत पावस) ©Siddhant Pawas #DiyaSalaai #thoughts and poems