कहीँ भी किसी के रश्मों और रिवाज़ परिस्थितियाँ बदली, और सब ख़ाक़ कुछ छोड़े और कुछ पकड़े रहे साथ कहीँ परंपराऐं देखकर हो गए अवाक़ ©अनुषी का पिटारा.. #UskeHaath #रिवाज़ #अनुषी_का_पिटारा