सुबह से पहले अँधेरी घडी अवश्य आती है। बहादुर बनो और संघर्ष जारी रखो , क्योंकि स्वतंत्रता निकट है। :-सुभाषचंद्र बोस ©ये है इतिहास #नेताजी