बिखरी हुई यादों का सिमटती हुई मुलाकातों का मैं सूखा हुआ हिस्सा हूं, टूट गया हूं थोड़े जज़्बातों से अपनी करनी का मैं किस्सा हूं, आंखों मैं अश्रु लिए मुस्कुराता..... एक खरपच्चा हूं, कब तक लड़ता रहूंगा जिंदगी से कि जिंदगी के हर पायदान पर सच्चा हूं।। ©Repressed desire #लाइफ live alone time #टूटी साख