सब मशरुख थे अपने काम मे । जरासी जमी क्या हिली सबको खुदा याद आगया ।। अक्सर रोता रहा पिता अपने बेटे केलिए । जब जायदाद की बारी आई तो पिता याद आगया।। #पिता