Nojoto: Largest Storytelling Platform

पिता जी हैं वो, वो पीते हैं, बच्चों की तकलीफ, वो ज

पिता जी हैं वो,
वो पीते हैं,
बच्चों की तकलीफ,
वो जीते हैं,
बच्चो की कामयाबी के सपने,
वो छाता होते हैं,
परेशानियों की बारिश में,
वो जूता होते हैं,
रास्ते के काटों में,
वो घर का ताला होते हैं,
अंधेरी रातों में,
वो दिन रात बच्चों के लिए कमाते हैं,
खुद के लिए वो अक्सर,
वख्त नहीं निकाल पाते हैं,
वो चाहते हैं देखना,
हमेशा बच्चों को हंसते,
वो हमेशा ढूंढने में लगे रहते हैं,
बच्चों के लिए आसान रसते,
उनकी बस ये पहचान होती है,
बच्चों में छिपी उनकी जान होती है,
बच्चों की जिंदगी आसान बनाने में लगे रहते हैं,
मगर उनकी जिंदगी कहां आसान होती है,

©Dr Vikash Sharma
  # पिता जी

# पिता जी #कविता

88 Views