उम्र में मुझसे बड़े हो, बेहतर पता होगा.. इश्क़ कैसे होना चाहिए, कब होना चहिये.. हर दर पर सिर झुकाते फिरते हो, अजब हो.. मेरी नज़र में तो सिर्फ एक रब होना चाहिए.. लोग कहते हैं इश्क़ और जंग में सब जायज है.. हाँ तो मक्कारी, झूठ, फरेब सब होना चाहिए.. वो मीठा खूब बोलेंगे, शहद कानों में घोलेंगे.. उनको बस तुमसे अपना मतलब होना चाहिए.. तुम हो अमीर शायद इसीलिए अकड़ते हो.. मैं फकीर हूँ मेरी ज़बां में शहद होना चाहिए.. -✍️पीयूष बाजपेयी 'नमो' (काव्यपीयूष) #काव्यपीयूष #kaavyapeeyush #prb #नमो #peeyushwrites #shyari #poeticpeeyush