एक को छोड़ किसी को दिल में बसाया नहीं। हद से ज्यादा किसी से अंबक लराया नहीं। बेशुमार गम के बाद सीखे है,जीने का हुनर, अपने चाहत में किसी को हमने तरपाया नहीं। कवि:-कृष्ण मंडल #sed#शायरी एक को छोड़ किसी को दिल में बसाया नहीं। हद से ज्यादा किसी से अंबक लराया नहीं। बेशुमार गम के बाद सीखे है,जीने का हुनर, अपने चाहत में किसी को हमने तरपाया नहीं। कवि:-#कृष्ण #मंडल Pratik Bhala (pratik writes) US Sanjay jaiswal Aayush Raj | Thepaperpenguy Lakshmi singh My_Words✍✍