लिखो ना अपने नमकीन आँसुओं से कुछ भी, क्यों लिखते हो मोहब्बत के वो किस्से जो जुबान पे आके तीखी लगती है लिखो ना मोहब्बत के इस व्यापार पे जहाँ मर्जी तुम्हें रंडी और बेमर्जी इसे संस्कार बनाये.. ग़ालिब भी अब पुराने हो चले उन्हें अब भूल जाओ अब प्यार में पॉलिटिक्स को लिख कर दिखाओ कहो ये हिम्मत है तुममें??? #patriarchy #misogyny #politics #YQbaba #YQdidi