Nojoto: Largest Storytelling Platform

Makar Sankranti Messages थामी थी जो डोर तूने बुने

Makar Sankranti Messages  थामी थी जो डोर तूने बुने थे जो सपने,
छूट सी गयी है ना जाने किस बहाने को।
कटी पतंग सी हो गयी है जिंदगी बिना तेरे
हल्का सा झोका  काफी है लड़खड़ाने को।
#kati_patang #NojotoQuote
Makar Sankranti Messages  थामी थी जो डोर तूने बुने थे जो सपने,
छूट सी गयी है ना जाने किस बहाने को।
कटी पतंग सी हो गयी है जिंदगी बिना तेरे
हल्का सा झोका  काफी है लड़खड़ाने को।
#kati_patang #NojotoQuote
tarunjain8436

Tarun Jain

New Creator