करके यज्ञ बस न घर को शुद्ध करिये, जला कर अपने द्वेष और अंहकार, दिल को भी शुद्ध किजिए, जलकर आग में खुद को सोने सा कर लिजिए। OPEN FOR COLLAB 🌷♥️ चार पंक्तियाँ लिखें. ✍️अपने पोस्ट highlight-share करना ना भूले. “ चैताली “ जीने यह विषय सुझाव दिया है, अभिनंदन आपका 💐👍👌शुभसंध्या मित्रों 😊 तीन लेखक मिलके कोलॅब पूर्ण करें. #यज्ञ#hindiquotes #hindi #हिंदी #collab #hindicollab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with शब्दसारथी