लहू माॉंगा जवानो सै! टकराये वो गोली बारूद तोपो के मैदानो मै! जहा अहिसा से काम न चला वहा हिसा का रासता अपनाया था ! सारी बटालियन का भार अपने कांधो पर उठाया था! अग्रेजो की निती को अपने जज्बे से हराया था! कई लोगो की जान बचा कर तिरंगा लहराया था! अग्रेजो को दे चौनोती अपनी ताकत को जताया था! मातृ भूमी की रक्षा मै जिसने खुद को मिटाया था! अमर ज्योती का वीर सुभाष चन्द्र बोस कहलाया था! कनक तेलंग ©kt #netaji #netaji