मैं न ही शिकायत तुमसे करती न ही खुद से खफ़ा होना चाहती मिला जो मुझे मुहब्बत से दर्रे दर्रे महसूस करना चाहती न ही जेहन में मेरे पहली मुलाकात की खुशी न ही दर्द मुझे आखिरी मुलाकात का है तुम जो देख मुझे खो जाते बस मै वही रूकना चाहती हम दोनो के धड़कते दिलो को थामकर बस एक शाम जीना चाहती #NojotoQuote