नज़र से नज़र मिलाने लगे है , नज़र से नज़र चुराने लगे हैं आ कर करीब हमारी बाहों में , हमारे ख़्वाब सजाने लगे हैं ज़रा संभल कर रखना क़दम आशिक़ , इश्क़ की ड़गर पर यह दिल के घाव बड़े पुराने लगे हैं 💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 ©Sethi Ji 🌟 मेहबूब की गलियाँ 🌟 उनकी चाहत में ऐसा काम मत करना इश्क़ की गलियों में खुद को बदनाम मत करना ।। बहुत सुना है उनकी हस्ती के बारे में