आदमी की औकात और कोरोना आदमी की औकात बताने अति सूक्ष्म कोरोना आया है! जीवन की सच्चाई दिखाने जादू का चश्मा लाया है!! दुनिया भर की भागा-दौड़ी रोक दी बस एक झटके में! ग़रीब, अमीर, बूढ़े ,बच्चे डाला सबको ही सकते में!! सत्ता- साधकों की सच्चाई खोली इसने एक-एक कर! फटेहाली में जन-सुविधाएं लगी सेंध कैसे फ़िर वोटों पर!! Read full poem in Caption. आदमी की औकात और कोरोना आदमी की औकात बताने अति सूक्ष्म कोरोना आया है! जीवन की सच्चाई दिखाने जादू का चश्मा लाया है!! दुनिया भर की भागा-दौड़ी