उनकी नज़रे हमपर कहां आती होगी? ईक्तिखाकं आई भी हो ठहरी कहां होगी? वो तो होगा.. नज़रों का यूं ही बेवजह टकराना वरना बातें बयां करने में इतनी भी दिक्कत कहां होगी? .. .. कि हम बस काश करते रह जाए और बेसुध पूरी कायनात होगी।। #प्यार #उम्मीद_टूटी_टूटे_सब