White कहीं घर की तारीकियाँ मिटाने को घर ही जलाया जा रहा है। कोई मिट्टी मिट्टी से ना बिछड़े वहां पेड़ लगाया जा रहा है । शिकवे गिले भी रहते हैं दिलों में लेकिन सिलसिला कायम रहे रिश्ता निभाया जा रहा है। तुम्हारी खामियां तुम्हें ही नजर आने लगे। लोगों की महफिलों में आई ना लगाया जा रहा है। हम अपनी गरीबों से बहुत बेजार हो गए हैं तन्हा। अब हमारी जुबान से ही झूठ बुलवाया जा रहा है। ©तन्हा शायर #good_night shayari in hindi shayari on life alone shayari girl hindi shayari attitude shayari