कौन कहता है कि, इंसान की सबके सच्ची मित्र उसकी परछाई है। अक्सर परछाई भी अंधकार में साथ छोड़ ही जाती हैं,,,,, अरे कभी बैठना फुरसत से... और याद करना अपनी माँ को.. अंधकार हो या रोशनी अक्सर उनकी दी हिम्मत और साथ याद आ ही जाता है।..... for my sweet mom.......