पत्तो का डाल से टूटना उसे बिछड़ना क्यूं कहूं? जड़ों से मिलने की आस क्यूं नही? सूख रहा है? मिलन की तो यही शर्त थी मगर बीच में धरती है? हाँ, रीतियों को तोड़ना आसान भी कहां? #जिंदगी_बदल_रही_है #एक #yqdidi #shayari #sawal