राज़ हमे ना छेड़ो हम सताए हुए है। बहुत चोट दिल पर खाए हुए है। दे कर खिताब हम को बेवफाई का सनम। हम किसी के दिल से ठुकराए हुए है। हमे ना छेड़ो,,,,,,,,। खिली थी जो कली मेरे दिल में कभी। गुलशन वो किसी और का महकाए हुए है। राज दार जिस को बनाया हम ने अपना। राज वो अपने सभी छुपाए हुए हैं। हमे ना छेड़ो,,,,,,,,। टूटा है दिल हमारा किस किस को ये बताए। बात ये अपने दिल में दबाए हुए है। झुटी है सारी दुनिया झुटे है सारे वादे। बात ये अपने दिल को समझाए हुए हैं। हमे ना छेड़ो हम सताए हुए है। बहुत चोट दिल पर खाए हुए हैं। ताहिर।।। #राज #wod