#parinde विश्व में अनेक भाषाएं हैं और उनका अपना साहित्य भी और फिर क्षेत्रीय भाषाएं और उनका साहित्य भी है। जब कंठ स्थल पर दो भाषाओं के संगम का प्रवाह वाणी के रुप में प्रवाहित होता है तो निसंदेह वह कर्णप्रीय होने के साथ ही भिन्न भाषा के प्रति सम्मान को जागृत भी करता है। परिंदे पेज ऐसे ही दो भाषाई संस्कृति के जीवन को शाब्दिक रचना में उकेरने वाले क़लमकार आदरणीय विमल कुमार "ओझल" के उज्जवल भविष्य कि मंगल कामनाएं करता है। Irfan Saeed Writer ""ओझल "" Naushad Ahmad @Nazar@Vijay Kumar@कवयित्री पूजा राणा#शायरी