त्योहार और शुभकामनाएं.. –गाफिल– _एक सजायाफ्ता– महिनों आसमां, सूरज, चांद, सितारे नहीं देखे.. हरियाली, मिट्टी नहीं देखी.. छुवन भी न हो पाई किसी हवा के झोंके की.. लेट बाथ की साफ सफाई, झाड़ू पोछा, बर्तन, थप्पड़ और लठ्ठ.. इससे बढ़कर.. इंजेक्शन, कैप्सूल, दवाई, गोली, टैबलेट्स.. की कृपा से.. फिर भी भगवान भला करें.. उन सब.. सजा देने और सजा दिलाने वालों का.. ©Insaan RTN #WinterSunset