(she) इतनी सिकायत क्यों है तुम्हें मुझसे, कि अपनी उम्मीदों को ज़रा लगाम दो। (he) यह जो इतनी बंदिशे है तेरे में रिश्ते में, तू ज़रा इन्हें तोड़ रिश्ते को अपने एक पहचान दे। #सिकायत #बेनाम_रिश्ता #बंदिशे #प्यार #दोस्ती