तड़प नदियों के शोर में बजती है एक धुन, कहीं दूर पहाड़ियों की बाते है, सून, रंगीनियत थी इस कदर गहराई, दबे पाव सबकी जुबानी ये कहानी चली आईं। एक महल में था एक राजा जो सबको पसंद था, उसका शीतल स्वभाव से शासन भी रजामंद था, उसके उन्नमत में खेलती थी परियां, था एक राजकुमार और चार राजकुमारियां। राजा से समझी उनकी जिम्मेदारियां, और सजा दी उनकी भी क्यारियां, राजा शौकीन था किताबों का और भक्ति में थे लीन, उनके आंगन से खाली नहीं जाता सम्पन्न हो या दिन। एक दिन नजर लगी और राजा झुलस गया, परियों के उदास चेहरे देख वो और डर गया, परिवार को टूटते देख वो और पछताया, यहां तक कि स्वयं की मृत्यु तक उसने फरमाया। सब टूट चुके थे पर एक परी ने हौसला थामा, छुपाती आंखो से उसने सबको संभाला, जब तक हो सका ईश्वर से लड़ती रहती वो, बेटा बन के सामने आईं कभी बेटी थी जो। खैर ईश्वर को जो करना था वो उसने किया, और तोड़ के मासूम का दिल उस से छीन लिया, वो आज भी पापा को तरसती रहती है, उनके दर्शन के इंटेजार में बैठी दिखती है। तड़प #yqbaba #yqdidi #yqdidichallenge #yqbabachallenge #yqtales #yqbhaskar #yqtadap #writersduniya