हर एक शख्स शोर मचा कर किसी को अपना कहता है मजबूरी बताकर,करके उसको तन्हा फिर उसी के प्यार को बुरा सपना कहता है खो जाता है खुद तो नये ख्वाबों की मदहोशी मे और डूब कर रह जाता है कोई उमर भर की खामोशी मे। ©Jyoti Rathi #paigam