मेरा अख़बार बीमार है। कल ही उसने मज़हबी खून की उल्टियाँ की थी। आज रोते बिलखतें चेहरों को किसी कोने में छिपा ,ओढ़ लिया किसी मुस्कुराते चेहरे का इस्तीहार है। मेरा अख़बार बीमार है। मेरा अख़बार #FakeNews#Provocations#MediaTrials