पुराने ख़्वाब आज फिर से ताज़ा हो गए, क्योंकि आज फिर से उस हसीन रात में, उसने झलक दी एक चांदनी के रूप में। एक दौर थम गया था तेरे जाने से, आज फिर से वह चल पड़ा है तेरे आ जाने से, मेरी टूटी हुई साँसों को, आज फिर से जीने का सहारा मिल गया, और मेरी रुकी हुई कश्ती को, आज फिर से किनारा मिल गया। वर्षों से मुरझाए मेरे यह चेहरे को, फिर से मुस्कुराने की वज़ह मिल गई, बरसों से घर के सूखे पड़े पत्तों को, आज फिर से एक नई बसंत मिल गई, देखा था जो पहेले ख़्वाब दोनों ने साथ मिलकर, वह पुराना ख़्वाब मुकम्मल करने कुदरत ने, फिर से भेजा है नज़राना तेरे रूप में। पल पल में मौत मांगता में, आज एक अरसे के बाद, फिर से जिंदगी मांग रहा हूं, क्योंकि तेरे आ जाने से, मुझको जीने की नयी वज़ह मिल गई। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-804 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।