सुनो! वो हवा का झोंका याद है ? वो महकती हुई बाद ए सबा याद है ? ख़्वाबों के सितारों को समेटा था जहाँ पर, अँधेरी रात का वो आसमाँ याद है ? जलाये थे बनाये थे कितने गुलिस्तां हमने, पर कैफ़ के फूलों की वो लालिमा याद है ? Suno, wo hawa ka jhonka yad h? #yqbaba #yqdidi #yqhindi #poetry #shayari #yqtales