रहस्य एक रहस्य मेरे हृदय में दबी है कहीं, किसी से मैं कुछ भी कहूँगा नहीं। मित्रता में व्यभिचार का रहस्य, प्रेम में विश्वासघात का रहस्य। एक रहस्य जो मित्रता व प्रेम से बड़ी हो गई, इस असीमित मानसिक कष्ट की वजह बन गई। पर रहस्य रहता भी हैं गुप्त कब तक, सत्य को प्रकट होना ही था आज नहीं तो कल। सभी संबंध तोड़कर सरल जीवन व्यतीत करना हैं, ये फैसला तो मुश्किल था पर अकेले ही रहना है। ©Bhavesh #रहस्य #secretinlove #Betrayalinlove