{ Read in caption } देखो कल वाली तस्वीर में, मेरे पास खड़े तुम हो मगर यह बताओ ज़रा तुम, आज कहाँ गुम हो मेरा चेहरा याद है तुम्हें, या मुझे ही भूल गए वो मासूमियत है तुम में अभी, या सारे धुल गए वो लम्हें जो साथ गुज़ारे थे, कोई एक भी लम्हा याद है हम दो तीसरे की खिंचाई करते, क्या वो पल सारे बरबाद है