भूलकर फ़र्क़ दिन-रात का, नींद-सुख-चैन, सब खोना पड़ता है, मिट्टी से सोना उपजाने के लिए, किसान को ख़ुद मिट्टी होना पड़ता है। By- Neetu Panchal 'Nidhi' ✍️(Poet) #पीपली_किसान_रैली (सरकार से अनुरोध- किसान-हित में हों सरकारी नीतियाँ...ताकि सबका अन्नदाता स्वयं भूखा ना सोए।) 🙏जय किसान! जय अन्नदाता!🙏 Kisano pr Shayari By- Neetu Panchal 'Nidhi' (Poet) #Jay_Kisan #Kisano_ki_sthiti #kisan_Shayari #Kisan_diwas #