सूनो ! बेकार नहीं है हम, उम्र के साथ-साथ तरासे गये हैं हम। यूंही बाल सफेद नहीं हुए, अच्छो-अच्छो को संस्कार सिखा गये है हम। यह बुढ़ा ज़रूर है ,पर लाचार नहीं, आज भी चर्चे हैं हमारे, क्योंकि हम बेकार नही। ✍️ Roshan Rdm #कविता#शायरी#बुढा़पा#पिता