क्यों करूं मैं याचना और क्यों मैं तुम पर मर मिटुं, छल-कपट से दूर हूँ मैं, किसी युद्ध से फिर क्यों डरुं। तुम छीनकर या षड्यंत्र से भाग्य मेरा ले ना पाओगे, जीवन के इस मैदान में तुम, हर युद्ध मुझसे हार जाओगे।। #रूपकीबातें #Roopanjalisingh #रूपकीबातें #roopkibaatein #roopanjalisinghparmar #roop #nojoto