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एक बार साहेब ने कहा...सुनो तुम हमेशा पीड़ाएं ही क्य

एक बार साहेब ने कहा...सुनो तुम हमेशा पीड़ाएं ही क्यों लिखते हो..?प्रेम लिखा करो ना,तो मैंने कहा यही तो है जो मेरी है..और
प्रेम ठहरता ही कब है मेरे पास,
फिर उसने कहा ठहरता तो कुछ भी नहीं ना प्रेम ना ही पीड़ाएं,
मैंने उनकी तरफ गौर से देखते हुए कहा "क्या तुम भी नहीं ठहरोगे" ?
वो निरुत्तर थे..!

©Pawan Dvivedi
  #Blossom #साहेबऔरमेरीतन्हाई