अबके जब भी आँधी चलें, मशरिक़ से मग़रिब की ओर तेज चलें, सुना है मग़रिब की ऊँची इमारतें बहुत मजबूत होती है, आँधियों से हमारी गुज़ारिश है, इस बार ये भरम भी तोड़ती चलें। अब्दुल्लाह क़ुरैशी✍️ #RaysOfHope #east #West #magrib #mashriq #gumaan #Nojoto #foryou शायर मनमोहन राय