साथ रहकर पता पड़ा रूखी रूखी सी ये हवा और के सूखे पत्ते की तरह शहर की सड़कों पे मैं लावारिस उड़ता हुआ सौ रास्ते पर तेरी राह नहीं... ©maher singaniya लावारिस...