Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज्यों पड़ती है बूंद कोई विमल पे....... वैसे ही इख़्त

ज्यों पड़ती है बूंद कोई विमल पे.......
वैसे ही इख़्तियार हुए मुझे माईने गजल के......
माईने गजल के......।

©virutha sahaj
  #माईने ग़ज़ल के

#माईने ग़ज़ल के #कविता

27 Views