खुद -खुशी (कविता अनुशीर्षक में) #हिन्दीकविता #yqdidi #खुदखुशी बंद कमरे में वो दर्पण में खुद को निहार रही थी, सुन्दर तन,उम्र कम आँखों से ख़्वाहिशों का काजल फैला अंतर तल तक।