सुनो.....❣️ तुम कहती हो अल्फ़ाज़ लाओगे कहाँ से ? मैं पुछता हूँ तुम इतना इश्क़ समेटोगी कहाँ से बनारस के घाटों में भरा पड़ा इश्क़ बनारस सफ़र पर है; साथ में हमारे। सीने में दफ्न होकर आगे बढ़ रहा है उन पटरियों से जो बनारस से दूर जाती हैं। अब जोया का शहर कोई और है, कुन्दन का शहर तो जोया थी हम बढ़ रहे हैं जोया की ओर, एक बार फिर मारे जाने को इश्क में; बनारस से दूर, बनारस को सीने में दफ्न करके हर बात पर जिक्र तुम्हारा मुझे झकझोर जाता है इस वजह से बनारस का जिक्र कर लेता हूं, और कुछ इस तरह अपना इश्क भी जी लेता हूं...! नही समझ सकता कोई हमारा इश्क़ तुमको मालूम है तुम्हे मै बनारस जैसा चाहता हूँ। ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ ©Mohit singh Rajpoot #बनारस #कुन्दन_जोया #इश्क