आख़िरी इलाज बड़ा खूँरेज़ मंजर था शहर-ए-आशिकी़ का अपनी ही वफा़ के क़ातिल आप निकले एक लिबास पहना था खुद की आबरू की खातिर उसमें भी हजारों आस्तीनी सांप निकले....! (यह गजल जल्द ही आने वाली है ) #Nojoto_Hindi बड़ा #खूँरेज़_मंजर था #शहर-ए-आशिकी़ का, अपनी ही #वफा़ के #क़ातिल आप निकले एक #लिबास पहना था खुद की #आबरू की खातिर, उसमें भी हजारों #आस्तीनी_सांप निकले #Mera_shahar 💐H@n$ik@💐 Dreamy Shahjahan(Youtuber) Maroof hasan