मैं समाया जा रहा हूँ आजकल तुझमें जैसै घी हो शक्कर में. मैं रोक लेता हूँ अपने दिल को किसी गैर का होने से तेरे साथ वफा के चक्कर में. ©Singh Manpreet चक्कर #lonely