भय से व्यकुलता बड़ी हुई थी, चहू ओर सन्नाटा सा था, क्या प्रलय की बारिश थी आने को, मन व्यकुल बिलख रह था सबका। कोरोना जिसने सबकुछ छीना, अब इसकी है सामत आई, ऐसे मैं उम्मीद से रोशन, एक टीकाकरण ही, विकल्प है भाई । कोरोना का टीका ही सही और सुरक्षित है, मैंने लगवाया है टीका, तुम भी लगवाओ इसे, ख़तरा नहीं है इसमे कोई, अफवाहों से बचना है, अब सबको साथ लेकर के, कोरोना पे वार करना है। कोरोना टीकाकरण