लोगो ने सुना है मेरा नाम, अभी काम बाकी है। मेरे दुश्मनो की हार का अभी अंजाम बाकी है। मुझ पर हँसने वालो, बस ज़रा सब्र तो रखना। छू लूंगा बुलन्दी को, वो अभी मुक़ाम बाकी है। ©maulik shah maulik shah