कोई जन्नत का तालिब है तो कोई ग़म से परेशान है..... "ज़रूरत" सज्दा करवाती है "इबादत" कौन करता है.. गर हमे कोई भूल जाए, तो इस बात की क्या हैरानी, इंसान तो "मतलब" से आजकल ख़ुदा को "याद" करता है |||| #matlabiduniya #मतलबीदुनिया