White फिर से मोहब्बत मेरी" मिल जाए अगर मुझे फ़िर से मोहब्बत मेरी, बाद उसके मैं रब के सदके में, अपनी ज़िन्दगी बिता दूंगा। पकड़ के कान हर गुनाह से मैं कर लूंगा तौबा, उसकी इनायत की बूंद बूंद का, करके मैं शुक्र अदा एहसान चुका दूंगा। ©Anuj Ray # फ़िर से मोहब्बत मेरी"