रहने दो ये दिल के जख्म, ढहने दो हम पे ये सितम; पीने दो मुझको ये जाम, ढलने दो ये सुहानी शाम; इनको रोको न तुम, इनको टोको न तुम; क्योंकि इसकी जिम्मेदार हो तुम, तुमने जाने से पहले जो जख्म,जो सितम,जो जाम,जो शाम मुझको दी हैं, वो तुम्हारी यादें हैं; और उन यादों को मैं मिटाना नहीं चाहता।। दुनिया की सुंदरता बची रहने दो। #रहनेदो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi