गुस्ताखी माफ़ हो, अगर किसी का दिल दुखाया हो। गुस्ताखी माफ़ हो, अगर किसी वजह से मैं वक्त पर न पहुँच पाया हूँ। गुस्ताखी माफ़ हो, अगर बेवजह किसी को सताया हो। गुस्ताखी माफ़ हो, अगर तुमसे अनजाने में भी कुछ छुपाया हो। तुम कहते हो हम गलतियाँ बहुत करते हैं, मगर उन गलतियों की सजा भी माफ़ हो, हमारी गुस्ताखियाँ माफ़ हो। #गुस्ताखी_माफ़